बच्चों के नामकरण करने से पहले हमें बच्चे की राशि की जानकारी होना अति आवश्यक हैं। क्योंकि, राशि का निर्धारण बच्चे के जन्म के समय चंद्रमा की स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाती हैं। ज्योतिषविद्या के आधार पर राशि चक्र में 12 प्रकार की राशियाँ होती हैं। हर राशि से जुड़े नाम के अलग-अलग अक्षर होते हैं, जिसके आधार पर बच्चों का नामकरण किया जाता हैं। जबकि, आज हम सभी 12 राशियों से जुड़े प्रमुख साक्ष्य देखेंगे, जोकि इस प्रकार हैं:
1. मेष राशि – Mesha/Aries:

मेष राशि के बारे में देखे तो यह कहा जा सकता हैं कि मेष राशि, राशि चक्र की प्रथम राशि हैं। जिसका चिन्ह भेड़ का सिर होता हैं। मेष राशि के बच्चों का जन्म 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच हुआ माना जाता हैं। इस राशि के बच्चों के नाम का शुरुआती अक्षर अ, च, ल (A, CH, L) से होता हैं। इसके अलावा मेष राशि के लड़कों का शुभ अंक, 9; ग्रह, मंगल; तथा नक्षत्र, कृत्तिका होता हैं। मेष राशि के धारक मंगल ग्रह के आधीन तथा अग्नि तत्व के साक्षी होते हैं। इनके गुण, चर; भाग्यशाली रंग (वर्ण) लाल; शुभ दिन, मंगलवार और रत्न, मूंगा होता हैं। मेष राशि के बच्चों का व्यक्तित्व बहुत ही अनोखा और सकारात्मक विचारधारा का होता हैं। मेष राशि से जुड़े हिंदू लड़कों के नाम निम्नलिखित प्रकार से हैं:
नाम | अर्थ | शुभ अंक |
---|---|---|
अभिषेक (Abhishek) | शुद्धिकरण, जलाभिषेक, पवित्रता | 9 |
अनिकेत (Aniket) | अजर, अमर, अजन्मा | 6 |
अरुण (Arun) | सूर्य, भोर, लाल | 9 |
अनुराग (Anurag) | प्यार, स्नेह, लगाव | 8 |
आलोक (Alok) | प्रकाश, ज्योति, ज्ञान | 3 |
अक्षय (Akshay) | अनंत, अमर, अविनाशी | 2 |
अयान (Ayan) | आशीर्वाद, कृपा | 9 |
अकाय (Akaay) | अरूप, अनादि, देहहीन | 3 |
आर्यन (Aryan) | उत्तम, आदर्श | 5 |
अंकित (Ankit) | चिह्नित, प्रदर्शित | 1 |
अभिनव (Abhinav) | नई शुरुआत, ताजा | 3 |
आदित्य (Aditya) | सूर्य, सूर्य देवता | 6 |
अमित (Amit) | असीमित, अनंत, प्रकाश | 9 |
आयुष (Ayush) | दीर्घायु, स्वस्थ जीवन | 9 |
अथर्व (Atharv) | भगवान गणेश, वेद शास्त्र | 9 |
आरव (Aarav) | सर्वज्ञता, शांतिपूर्ण | 9 |
चंचल (Chanchal) | नटखट, शरारती, अस्थिर | 5 |
लक्ष्मण (Laxman) | समृद्ध भगवान राम का छोटा भाई | 2 |
2. वृषभ राशि – Vrishabha/Taurus:

वृषभ राशि, राशि चक्र की दूसरी राशि होती हैं जिसका चिन्ह बैल का सिर होता हैं। इस राशि के बच्चों का जन्म 20 अप्रैल से 20 मई के बीच हुआ होता हैं। इसके अलावा वृषभ राशि के बच्चों के नाम का शुरुआती अक्षर इ, उ, ए, ओ, वा (I, U, E, O, V) से होता हैं। इस राशि के लड़कों का शुभ अंक, 6 तथा शुक्र ग्रह के आधीन और पृथ्वी तत्व के साक्षी होते हैं। इनके गुण को देखा जाए तो स्थिर गुण वाले तथा भाग्यशाली रंग, हरा; शुभ दिन, शुक्रवार; नक्षत्र, रोहिणी तथा रत्न, पन्ना होता हैं। वृषभ राशि के बच्चों का व्यक्तित्व देखें तो बहुत ही धैर्यवान, विश्वसनीय, निष्ठावान होते हैं। वृषभ राशि से जुड़े लड़कों के नाम इस प्रकार से हैं:
नाम | अर्थ |
---|---|
बृजेश (Brijesh) | प्रभु, भगवान ईश्वर |
बिपिन (Bipin) | उत्तम, बढ़िया, शानदार |
बेदांत (Bedant) | धर्मशास्त्र |
बिनोद (Binod) | अनुरागी, नम्र |
उदय (Uday) | सफलता, सूर्योदय |
उज्जवल (ujjwal) | शानदार, आकर्षक, भव्य |
उत्कर्ष (Utkarsh) | शिखर, ऊँचा, चरम |
उत्तम (Uttam) | अच्छा, शानदार |
उपेन्द्र (Upendra) | आकर्षक, ज्ञानवान |
उमेश (Umesh) | भगवान शिव |
वरुण (Varnun) | जल देवता |
वेद (Ved) | धर्म ग्रंथ |
वैभव (Vaibhav) | तेज, प्रताप, शान, चमक |
विजय (Vijay) | जीत, फतेह, जश्न |
विजेंदर (Vijendr) | जीतने वाला |
विनेश (Vinesh) | भाग्यशाली, धार्मिक |
विमल (Vimal) | निर्मल, शुद्ध, पवित्र |
3. मिथुन राशि – Mithuna/Gemini:

मिथुन राशि, राशि चक्र की तीसरी राशि हैं जिसका राशि चिन्ह जुड़वां होता हैं। इस राशि के व्यक्ति का जन्म 21 मई से 20 जून के बीच हुआ माना जाता हैं। जबकि, इस राशि के धारक का शुभ अंक 5 तथा नाम का शुरुआती अक्षर का, घ, ड़, छ, हा (Ka, Gha, Dha, Chha, Ha) होता हैं। इसके अलावा देखा जाए तो मिथुन राशि के लड़क बुद्ध ग्रह के आधीन और वायु तत्व के साक्षी होते हैं। इनका गुण, द्विस्वभाव; भाग्यशाली रंग, पीला; शुभ दिन, बुधवार तथा रत्न, पुखराज और नक्षत्र, पुनर्वसु होता हैं। इसके अलावा इनका व्यक्तित्व देखा जाए तो, इस राशि के व्यक्ति बुद्धिमान, चतुर, बातूनी और जिज्ञासु होते है मिथुन राशि से जुड़े मिथुन राशि के नाम:
नाम | अर्थ |
---|---|
कमलेश (Kmlesh) | विष्णु भगवान |
कैलाश (Kailash) | शिव धाम, हिमालय |
कमल (Kamal) | एक फूल, |
केशव (Keshav) | लंबे बालों वाला, विष्णु |
कुलदीप (Kuldeep) | चिराग, अवलाद |
कृष्ण (Krishn) | ग्वालवाल, मुरली मनोहर |
कुशल (Kushal) | निपूर्ण, परिपक्कव |
घनश्याम (Ghanshyam ) | भगवान कृष्ण |
हिमांशु (Himanshu) | चंद्रमा, शांत |
4. कर्क राशि – Karka/Cancer:

राशि के क्रम में कर्क राशि चौथे स्थान पर आती हैं। जबकि कर्क राशि का चिन्ह केकड़ा तथा इस राशि के बच्चों का जन्म 21 जून से 22 जुलाई के मध्य माना जाता हैं। इसके अलावा कर्क राशि के लड़कों का शुभ अंक 2 होता हैं। इस राशि के लड़कों के नाम का शुरुआती अक्षर ह, ड (Ha, Da) से शुरू होता हैं, जैसे हेमंत, हिमांक, हनुमान, दिनेश, दीपांकर तथा दर्श होता हैं। कर्क राशि के लड़कों के स्वामी ग्रह चंद्रमा तथा जल तत्व के साक्षी होते हैं। इनका गुण चर और भाग्यशाली रंग, सफेद होता हैं। जबकि इनका नक्षत्र आश्लेषा और मघा, लकी रत्न मोती होता हैं। इस राशि के धारक के व्यक्तित्व को देखें तो इनके अंदर अनेकों ऐसे गुण देखने को मिलते हैं जिसके कारण इनकी छवि लोगों को प्रभावित करती हैं।
5. सिंह राशि – Simha/Leo:

सिंह राशि, राशि चक्र की पाँचवी राशि हैं जिसका राशि चिन्ह शेर होता हैं। इस राशि के व्यक्ति अपनी छाप दूसरों के ऊपर आसानी से छोड़ने में बहुत जल्द कामयाब हो जाते हैं। इसके अलावा देखा जाए तो सिंह राशि के व्यक्ति का जन्म 23 जुलाई से 22 अगस्त के बीच हुआ माना जाता हैं। जबकि इस राशि के बच्चों के नाम की शुरुआती अक्षर मा, टा (Ma, Ta) से होता हैं, जैसे मनीष, मोहित, मानस, माधव और तनुज होता हैं। इसके अलावा देखा जाए तो इस राशि के धारक का शुभ अंक, 1; ग्रह, सूर्य तथा नक्षत्र, उत्तर फाल्गुनी और चित्रा होता हैं। इस नाम के धारक अग्नि तत्व के साक्षी तथा स्थिर गुणों वाले होते हैं। इनका शुभ रंग, पीला; शुभ दिन, रविवार तथा रत्न, माणिक होता हैं। अगर आप इनके व्यक्तित्व को देखेंगे तो यह कह सकते हैं कि इस राशि के धारक आत्मविश्वासी तथा नेतृत्व करने वाली क्षमता अधिक होती हैं।
6. कन्या राशि – Kanya/Virgo:

कन्या राशि जिसका राशि चिन्ह कुमारी होता हैं। इस राशि के बच्चों का जन्म 23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच माना जाता हैं। जबकि इनके नाम के शुरुआती अक्षर ट, प, ष, ण, ठ (Ta, Pa, Sha, Na, Tha) से होता हैं, जैसे पवन, पार्थ, पुनीत, प्रयास, तथा निहाल होता हैं। इस राशि के लड़कों का शुभ अंक 5 तथा बुध ग्रह के स्वामी और पृथ्वी तत्व के आधीन होते हैं। इनके गुणों को देखें तो द्विस्वभाव तथा इनका शुभ रंग, हरा तथा शुभ दिन, बुधवार होता हैं। इसके अलावा इनका नक्षत्र स्वाति, विशाखा, अनुराधा होता हैं। जबकि इनके रत्न को देखें तो पन्ना रत्न इनके लिए शुभ होता हैं। इस तरह से अगर इनके व्यक्तित्व को देखें तो इनका व्यक्तित्व बहुत विशाल होता हैं। जिसके कारण इन्हें घर परिवार तथा समाज में अधिक मान-सम्मान मिलता हैं।
7. तुला राशि – Tula/Libra:

जब हम राशि चक्र की सातवी राशि तुला की बात करते हैं तो देखते हैं कि इस राशि की राशि चिन्ह तराजू होता हैं। जबकि इस राशि के धारक का जन्म 23 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच माना जाता हैं। इसके अलावा इस राशि का शुभ अंक 6 तथा नाम का शुरुआती अक्षर र, ता (Ra,Ta) से होता हैं, जैसे राकेश, रमेश, रेयांश, राघव तथा दूसरे अक्षर (त) से देखें तो हम कह सकते हैं जैसे, तेजवीर, त्रिलोक, तन्मय, तारकेश तथा तरुण होता हैं। कन्या राशि के धारक शुक्र ग्रह के आधीन तथा वायु तत्व के सानिध्य में रहते हैं। हम यह कह सकते हैं कि इनका गुण, चर; नक्षत्र, ज्येष्ठा तथा शुभ दिन, शुक्रवार और रत्न, हीरा होता हैं। इसके अलावा इस राशि के धारक का शुभ रंग, नीला होता हैं। जबकि अगर इनका व्यक्तित्व देखा जाए तो इनका जीवन बहुत शांत और संतुलित होता हैं।
8. वृश्चिक राशि – Vrishchika/Scorpio:

राशि चक्र की अठवी राशि वृश्चिक होती हैं, जिसका राशि चिन्ह बिच्छू होता हैं। इस राशि के धारक का जन्म 23 अक्टूबर से 21 नवंबर के बीच हुआ माना जाता हैं। जबकि इस राशि का शुभ अंक 9 तथा नाम का शुरुआती अक्षर त, न, य (Ta, Na, Ya) होता हैं, जैसे युवराज, युवान, नितेश, योगेश होता हैं। इस राशि के धारक मंगल ग्रह के स्वामी तथा जल तत्व के साक्षी होते हैं। इनका गुण स्थिर तथा वर्ण लाल होता हैं। अगर देखा जाए तो वृश्चिक राशि के धारक का नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा तथा शुभ दिन, मंगलवार और रत्न मूँगा होता हैं। इसके अलावा अगर इनके व्यक्तित्व की बात की जाए तो इनके अंदर धैर्य, साहस तथा ऊर्जा की कोई कमी नहीं होती। जिसके कारण ये बड़े से बड़े कार्य को कम समय में करने की कोशिश करते हैं।
9. धनु राशि – Dhanu/Sagittarius:

घोड़ा बाण, धनु राशि का राशि चिन्ह होता हैं। धनु राशि राशि के धारक का व्यक्तित्व अनेकों तरह की उम्मीदों से भरा होता हैं। इसके अलावा देखा जाए तो धनु राशि के लड़कों का जन्म 22 नवंबर से 21 दिसंबर के बीच हुआ माना जाता हैं। जबकि इनके नाम के शुरुआती अक्षर भ, फ, ध, ढ, न (Bh, Ph, Dh, Dha, Na) से होता हैं, जैसे धृत, धीरेन्द्र, नकुल तथा भोले होता हैं। जबकि धनु राशि के बच्चों का ग्रह बृहस्पति तथा अग्नि तत्व को मानने वाले होते हैं। इनका भाग्यशाली रंग, पीला गुण, चर तथा शुभ दिन, गुरुवार; नक्षत्र, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा होता हैं। इसके अलावा इनका रत्न पुखराज होता हैं। इसके अलावा अगर इनका व्यक्तित्व देखा जाए तो इस राशि के धारक उदार, उत्साही और भव्य होते हैं।
10. मकर राशि – Makara/Capricorn

मकर राशि को अंग्रेजी में Capricorn बोलते हैं। इस राशि का राशि चिन्ह बकरी होता हैं। आमतौर पर देखा गया हैं कि मकर राशि के धारक का जन्म 22 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुआ माना जाता हैं। इसके अलावा इस राशि के बच्चों के नाम की शुरुआत ख, ज (Kh, J) से होती हैं जैसे खेलावन, खेमचंद्र, खनिश होता हैं। तथा दूसरे अक्षर (J) से नाम देखे तो जतिन, जीतेश, जितेंद्र, जगनन्नाथ, जनार्दन, जगदीप, जयंत, जयकुमार, जयप्रकाश तथा जयदीप आदि नाम होते हैं। मकर राशि के लड़कों का शुभ अंक 8, तथा शनि ग्रह के आधीन तथा पृथ्वी तत्व के साक्षी होते हैं। इनके गुणों को देखें तो ये स्थिर गुणों वाले होते हैं।जबकि इनका भाग्यशाली रंग काला, नीला, भूरा, धूसर होता हैं। इस प्रकार से देखें तो इनका शुभ दिन शनिवार, नक्षत्र उत्तरभाद्रपद और रत्न नीलम होता हैं।
11. कुंभ राशि – Kumbha/Aquarius:

कुंभ राशि को Aquarius के नाम से जाना जाता हैं। इस राशि का चिन्ह कलश तथा शुभ अंक 4 होता हैं। इस राशि के धारक के बच्चों का जन्म 20 जनवरी से 18 फरवरी के बीच हुआ माना जाता हैं। जबकि, देखा जाए तो कुंभ राशि के लड़कों के नाम का शुरुआती अक्षर ग, स, श (G, S, Sh) से होता हैं जैसे गणेश, गजेन्द्र, गणपती, गायत्री, गगन, गंगाधर।इसके अलावा अन्य अक्षरोंं से नाम को देखें तो सार्थक, साहिल, सरल, सम्पत, सतेन्द्र, शैलेश, शालू, शांतनु, सर्वेश, समशेर आदि होता हैं। इस तरह से हम यह कह सकते हैं कि कुंभ राशि के धारक शनि ग्रह के आधीन वायु तत्व के साक्षी तथा चर गुण वाले होते हैं। कुंभ राशि के धारक का वर्ण, नीला; शुभ दिन, शनिवार तथा नक्षत्र उत्तरभाद्रपद, रेवती और रत्न, नीलम होता हैं।
12. मीन राशि – Meena/Pisces:

मीन राशि को अंग्रेजी में Pisces बोलते हैं। यह राशि चक्र राशि चक्र की बारहवीं और अंतिम राशि है। यह राशि जल तत्व से संबंधित और इसका प्रतीक चिन्ह मछली होता है। इस राशि के लड़कों का शुभ अंक 4 होता हैं। मीन राशि के लड़कों के नाम का शुरुआती अक्षर ड, छ, ज़, ठ (D, CH, Z, TH) से शुरू होता हैं, जैसे दिनेश, देवेन्द्र, देव, दानिश, दुर्गेश, दृश्यम आदि होता हैं। यह जल तत्व के साक्षी तथा इनका स्वामी ग्रह गुरु (बृहस्पति) होता हैं। इनका गुण, अस्थिर तथा नक्षत्र, भरणी होता हैं। इनके अंदर आप अनेकों ऐसे सकारात्मक गुण देख सकते हैं जो इनको कामयाबी के शिखर तक ले जाते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion:
उपरोक्त लिखे लेख के आधार पर अगर कहा जाए तो हम यह कह सकते हैं कि इस लेख में हमने 12 राशियों को बहुत ही विस्तार पूर्वक बताया हैं। जिसके माध्यम से आप अपने बच्चे की राशि का निर्धारण कर सकते हैं। इसके अलावा आप राशि के अनुसार शुरू होने वाले बच्चों के नाम के शुरुआती अक्षर से अन्य प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं।